सलोथ सार (१९ मई,१९२८[2][3][4][5][6]–१५ अप्रैल,१९९८), जिन्हें अधिकतर लोगपोल पॉट के नाम से जानते हैं, (खमेर भाषा: ប៉ុល ពត),खमेर रूज नामककम्बोडियाईसाम्यवादी आंदोलन के नेता और १९७६–१९७९ के मध्य लोकतांत्रिक कम्पूचिया के प्रधानमंत्री थे। कंबोडिया के नेता के रूप में उनके देश कोशुद्ध करने के प्रयास के परिणामस्वरूप अनुमानत: १७ से २५ लाख लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था।
पोल पॉट १९७५ के मध्य में कंबोडिया के नेता बने।[2] अपने सत्ताकाल के दौरान, पोल पॉट ने एक”शून्य वर्ष” में "सभ्यता पुनरुत्थान" के उद्देश्य सेकृषि सामूहीकरण का एक संस्करण लागू किया, जिसके अंतर्गत शहरी निवासियों को ग्रामीण इलाकों में स्थानांतरित कर उन्हें सामूहिक खेतों और बेगार परियोजनाओं में काम करने के लिए बाध्य किया गया। इस दास श्रम, कुपोषण, खराब चिकित्सा सेवायों के संयुक्त प्रभाव और मृत्युदंड के चलते कम्बोडिया की लगभग २१% जनसंख्या काल का ग्रास बन गयी।[7]
१९७९ मेंकंबोडिया-वियतनाम युद्ध के दौरान जब पड़ोसीवियतनाम ने कंबोडिया पर आक्रमण किया तो पोल पॉट दक्षिण पश्चिम कंबोडिया के जंगलों में भाग गए और खमेर रूज सरकार का पतन हो गया।[8] १९७९ से १९९७ के दौरान पोल पॉट अपने पुराने खमेर रूज के बचे हुए सहयोगियों के साथ अपनी गतिविधियों को कंबोडिया औरथाईलैंड, के सीमा क्षेत्र से संचालित करते रहे और जहां, वे पुन: सत्तासीन हो गये साथ हीसंयुक्त राष्ट्र ने उनकी सरकार को कंबोडिया की सच्ची सरकार के रूप में मान्यता भी प्रदान की।
१९९८ में खमेर रूज के एक गुटटा मॉक द्वारा नज़रबंदी के दौरान पोल पॉट की मृत्यु हो गयी। यह अफवाह की उन्हें जहर देकर मारा गया था आज तक गर्म है।[9]
↑Brother Number One, David Chandler, Silkworm Book, 1992 p.7
↑अआइKiernan, Ben. The Pol Pot Regime: Race, Power, and Genocide in Cambodia under the Khmer Rouge, 1975–79. New Haven, CT: Yale University Press, 1996.